लोहार विकास मंच के एक प्रतिनिधिमंडल ने बिहार के राज्यपाल श्री रामनाथ गोविंद से शिष्टाचार भेंट कर लोहार समाज की विभिन्न मांगों को उनके समक्ष प्रस्तुत किया। इस दौरान मंच के संस्थापक राज किशोर शर्मा ने लोहार समाज के आरक्षण मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की और उनके संघर्ष की व्यथा को राज्यपाल के सामने रखा।
राज किशोर शर्मा ने कहा कि लोहार समाज वर्षों से अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहा है, लेकिन हर बार किसी न किसी कारण से उनकी याचिकाओं को अदालत में खारिज कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि कृषि क्रांति और विकास बिना लोहारों के असंभव है, क्योंकि हल, हसुआ, खुरपी, कुदाल आदि कृषि औजारों का निर्माण करने वाले लोहार ही हैं, जो देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
राज किशोर शर्मा ने सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि अन्य समुदायों को आरक्षण की सुविधा दी जा रही है, लेकिन लोहार समाज को इससे वंचित रखा गया है। उन्होंने राज्यपाल से इस विषय पर ठोस कदम उठाने और न्याय दिलाने की अपील की।
लोहार विकास मंच के पदाधिकारियों ने कहा कि यदि जल्द ही उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया, तो आंदोलन और भी उग्र किया जाएगा। मंच के इस प्रयास से लोहार समाज के लोगों में एक नई उम्मीद जगी है कि उनके हक के लिए न्याय मिल सकेगा।