जनतंत्र आवाज पार्टी ने हाल ही में पाल गराम की नृशंस हत्या के विरोध में न्याय की मांग को लेकर एक शांतिपूर्ण कैडिल मार्च का आयोजन किया, जिसने पूरे क्षेत्र का ध्यान अपनी ओर खींचा। यह मार्च न केवल एक विरोध प्रदर्शन था, बल्कि सामाजिक न्याय, मानवाधिकारों और लोकतांत्रिक संवेदनाओं की पुनः स्थापना की एक सशक्त पहल भी थी।
इस मार्च में पार्टी के शीर्ष नेताओं, कार्यकर्ताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और बड़ी संख्या में आम नागरिकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। प्रतिभागियों ने हाथों में जलती हुई मोमबत्तियाँ लेकर, शांतिपूर्वक पाल गराम को श्रद्धांजलि अर्पित की और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की माँग की। हर चेहरा दुःख, आक्रोश और न्याय की उम्मीद से भरा हुआ था।
जनसमूह ने पोस्टरों और नारों के माध्यम से अपनी भावनाएँ व्यक्त कीं—"हम न्याय चाहते हैं", "पाल गराम को न्याय दो", जैसे संदेशों ने वातावरण को भावुक और संकल्पशील बना दिया।
इस अवसर पर पार्टी नेताओं ने संबोधन देते हुए प्रशासन और सरकार से मांग की कि पाल गराम की हत्या के मामले में निष्पक्ष जांच हो, दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की जाए और पीड़ित परिवार को सुरक्षा व सहायता प्रदान की जाए।
यह कैडिल मार्च केवल एक घटना नहीं थी, बल्कि यह समाज में न्याय के लिए उठती उस आवाज का प्रतीक बना, जो अन्याय के हर रूप का विरोध करती है। जनतंत्र आवाज पार्टी ने यह स्पष्ट कर दिया कि जब तक पाल गराम को न्याय नहीं मिलेगा, तब तक यह संघर्ष जारी रहेगा।